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Covid-19 Update |
Hii friends हम आप को बताना चाहते है कि कोरोना वायरस का इलाज मिल गया है। हमारे वैज्ञानिक जो दुनिया के तमाम किताबो में कोरोना वायरस का दवा धुंध रहे थे वो हमारे पढ़े जाने वाले इंटरमीडिएट के जंतु विज्ञान के एक किताब में मिला है। जिसमे जुकाम जैसे बीमारी के बारे में बताया गया है । जिसमे बताया गया है कि साधारण जुकाम अनेक प्रकार के विषाणुओ द्वारा होता है। इनमे 75% रहीनोवायरस (Rhinovirus) तथा शेष
कोरोना वायरस (coronavirus) द्वारा होता है। इनका संक्रमण श्वसन मार्ग से होता है, परन्तु यह फेफड़ो को संक्रमित नही करता है। इसका संक्रमण काल प्रायः 3 से 7 दिन तक रहता है। यह रोग प्रायः मौसम के बदलाव तथा सर्दियों में आदिक होता है। इस रोग के प्रमुख लक्षणों में श्वसन मार्ग की म्यूकस झिल्ली में सूजन, नासकोश में कड़ापन (stiffness) , नाक झिकना, बहना तथा गले में खराश आदि है, जो लगभग एक सप्ताह तक रहते है और यदि खाशी है तो दो सप्ताह तक रहती है।
इस रोग का संक्रमण छीकने से वायु में मुक्त बिंदुकणो द्वारा होता है । इसके अतिरिक्त यदि संक्रमित व्यक्ति दरवाजो के हैण्डिल, घुंडीयो आदि को छूता है तो वायरस कण वहाँ पर लग जाते है और वहाँ से स्वस्थ व्यक्ति में संक्रमण हो जाता है (Fomite born infection)। इस रोग के उपचार हेतु
एस्पिरिन(aspirin), एन्टीहिस्टैमिन (anti-histamines), नेजल स्प्रे( nasal sprey) आदि लाभप्रद है। जो इस चित्र में स्पष्ट है।
Covid-19
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आधुनिक जन्तु विज्ञान(पृष्ट संख्या-1072) |
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पृष्ट संख्या-295(रोग एवं उपचार) |
Good news but not intrasted becouse this medi. old
ReplyDeleteकोई बात नही मुझे लगा शायद इस दवा का प्रयोग किया जाए तो विश्व भर में जो बीमारी है शायद लोग अच्छे हो जाएंगे
ReplyDeleteमेरा लोगो को सलाह देना था जैसा लोगो को अच्छा लगे
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